【कोरबा टाइम्स】कोरबा ऑक्सीजोन के रूप में विकसित की गई टीपी नगर स्थित अशोक वाटिका के बिजली कनेक्शन को लेकर बनी विवाद के बाद आखिरकार विद्युत वितरण विभाग ने लाइट काट दी है। वितरण विभाग ने नगर निगम को 9 लाख रुपए से अधिक का बिजली बिल भेजा है। बिजली कटने की वजह से अशोक वाटिका में सुबह शाम टहलने के लिए आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले वर्ष राज्य सरकार ने कोरबा की अशोक वाटिका को संवारने का निर्णय लिया था। 10 करोड़ रुपए खर्च करने के साथ इसे नया कलेवर दिया गया। 15 एकड़ क्षेत्रफल में विस्तारित अशोक वाटिका में नये पेड़-पौधे लगाए गए और लोगों को आकर्षित करने के लिए कई म्यूजिकल फाउंटेन के अलावा अन्य संसाधन भी स्थापित किये गए। बच्चों से लेकर युवाओं और अन्य लोगों के मनोरंजन के लिए यहां सुविधाएं मुहैया कराई गई। प्रतिदिन सुबह-शाम हजारों की संख्या में लोगों की पहुंच यहां सैर करने के लिए सुनिश्चित होती है। इस इरादे से नगर निगम ने अशोक वाटिका के भीतर नेचुरल ट्रैक तैयार किया। आराम के कई घंटे बिताने के साथ लोगों को यहां से शुद्ध वायु प्राप्त होती रही। सूत्रों की मानें तो अशोक वाटिका में इलेट्रिक से चलने वाले उपकरण और पेड़-पौधों को उनकी जरूरत के लिए पानी BHG उपलब्ध कराने हेतु पूर्व के वर्षों में वन विभाग के नाम पर एक विद्युत कनेक्शन हुआ करता था। बाद में यहां बिजली का उपयोग दूसरे तरीके से किया जा रहा था। पिछले दिनों वितरण विभाग की टीम ने औचक निरीक्षण करने के साथ इस मामले को अनुचित श्रेणी में पाया और डिस्कनेक्शन की कार्रवाई कर दी। तब से अब तक यहां बिजली सुविधा शून्य है। ऐसे में अशोक वाटिका के सभी उपकरण ठप हैं और पेड़-पौधों को उनकी जरूरत के हिसाब से पानी नहीं मिल पा रहा है। गर्मी के मौसम में वे संकट की स्थिति में है।
नगर निगम आयुक्त के नाम से अशोक वाटिका के बाहर एक नोटिस चस्पा कर दिया गया है जिसमें 22 से 27 मार्च तक इसे बंद रखने की जानकारी दी गई है। लोग हर दिन यहां पहुंचते हैं और बाहर से ही लौट जाते हैं। वितरण विभाग के एई ने बताया है कि अशोक वाटिका में बिजली का उपयोग करने और बिल अदा नहीं करने पर नगर निगम को 9 लाख रुपए से ज्यादा का नोटिस दिया गया है। वह भुगतान कैसे कराता है, जिम्मेदारी उसकी है। बिल अदा होने पर ही कनेक्शन जोड़ा जाएगा।
जल्द होगा भुगतान
अशोक वाटिका के विद्युत कनेक्शन को डिस्कनेक्ट करने की कार्रवाई सीएसईबी के द्वारा की गई। इससे असुविधा उत्पन्न हुई है। नोटिस के परिप्रेक्ष्य में भुगतान की कार्यवाही एक-दो दिन में कर दी जाएगी। -एके शुक्ला, प्रभारी टीपी नगर जोन